Chandrayaan-3 Landing: चांद पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग कर आज इतिहास रचेगा भारत, मोबाइल पर ऐसे देखें लाइव
Chandrayaan 3 Landing रूस अमेरिका साउथ कोरिया और जापान जैसे देश अब चंद्रमा पर पहुंचने और वहां बेस बनाने की रेस में हैं। इसके पीछे मून इकोनॉमी है। जिसमें अंतरिक्ष में व्यापार के नए अवसर हैं। इसरो ने विश्वास जताया कि चंद्रयान मिशन में कामयाबी जरूरी मिलेगी। यदि कोई तकनीकी समस्या आती है तो लैंडिंग 27 अगस्त तक टाली जा सकती है।

Chandrayaan 3 Update Today: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अपने सबसे महत्वपूर्ण मिशन मून (Mission Moon) के लिए चंद्रयान-3 को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग (Soft Landing) कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के लिए पूरा देश उत्साह से लबरेज है। 140 करोड़ भारतीयों समेत पूरी दुनिया की निगाहें मून मिशन (ISRO Mission Moon) पर टिकी हैं। आज (बुधवार) शाम भारतीय समयानुसार शाम छह बजकर चार मिनट पर लैंडर विक्रम चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। इस मिशन पर 600 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो गए हैं। इसरो अपने केंद्र से 5:20 बजे इस घटनाक्रम का सीधा प्रसारण करेगा। आइए जानते हैं चंद्रयान-3 मिशन का लाइव अपडेट कहां और कैसे देख सकते हैं।
मैं चंद्रयान 3 को लाइव कैसे देख सकता हूं?
इस कार्यक्रम को इसरो की आधिकारिक वेबसाइट isro.gov.in पर लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा। चंद्रयान-3 का लाइव प्रसारण इसरो की वेबसाइट, यूट्यूबब चैनल और फेसबुक पेज के साथ दुरदर्शन के नेशनल चैनल पर देख पाएंगे।👇

टाली जा सकती है लैंडिंग
इसरो ने विश्वास जताया कि चंद्रयान मिशन में कामयाबी जरूरी मिलेगी। यदि कोई तकनीकी समस्या आती है तो लैंडिंग 27 अगस्त तक टाली जा सकती है।

भारत को अरबों का बिजनेस देगा चंद्रयान
रूस, अमेरिका, साउथ कोरिया, और जापान जैसे देश अब चंद्रमा पर पहुंचने और वहां बेस बनाने की रेस में हैं। इसके पीछे मून इकोनॉमी है। जिसमें अंतरिक्ष में व्यापार के नए अवसर हैं।
लैंडिंग के पहले के 17 मिनट बेहद खास
चंद्रयान-3 का मकसद सेफ-सॉफ्ट लैंडिंग है। लैंडिंग से पहले के 17 मिनट बेहद खास होंगे। वैज्ञानिकों ने बताया कि आखिरी 17 मिनट में क्या होगा।
चंद्रयान-3 के मिशन के उद्देश्य क्या हैं
चंद्र सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग प्रदर्शित करना
रोवर को चंद्रमा पर भ्रमण का प्रदर्शन करना और
यथास्थित वैज्ञानिक प्रयोग करना